हर इंसान का फिंगरप्रिंट अलग-अलग क्यों होता है? – why fingerprints are different in hindi

why fingerprints are different & Unique : क्या आपने कभी सोचा है की दुनिया में करोड़ो लोग हैं लेकिन हर एक इंसान का फिंगरप्रिंट अलग-अलग क्यों होता  है और इसके पीछे क्या कारण हो सकता है? क्योंकि आपने भी देखा होगा कि हमारे उंगुलियों में सिर्फ लाइंस/रेखाएं बनी होती है लेकिन हर एक इंसान का कैसे अलग होता है ?

सौ लोगो का अलग हो सकता है हजार लोगों का अलग हो सकता है लेकिन हर एक इन्सान का कैसे हो सकता है? हाथो का हो या पैरों की उंगलियाँ ही दोनों ही सबके अलग-अलग क्यों होते है ?

why fingerprints are different video

आपने यूट्यूब पे जरुर देखा होगा ऐसा क्यों होता लेकिन इसका मुख्य कारण आपको आजतक पता नहीं होगा क्योंकि इसके बारे में तो सभी ने बताया होगा लेकिन मुख्य कारण आज आपको पता चलेगा  

आपने देखा ही होगा जब कभी कही भी अपराध होता है तो पुलिस अपराधी को उसके फिन्गर प्रिंट के माध्यम से आसानी से पकड़ लेता है

क्योंकि हर एक इन्सान का फिंगर प्रिंट किसी न किसी माध्यम से सरकार के पास होता है जैसे- आधार कार्ड बनवाते समय हमारे हाथ का फिन्गर प्रिंट लिया जाता है और आजकल जो फोन आ रहे हैं उनमें भी फिंगर प्रिंट स्कैनर का ऑपसन मिल जाता हैं  जिसके जरिये उस फोन का लॉक सिर्फ वो ही खोल सकता है जिसका वह फोन है

क्योंकि फिंगर प्रिंट अलग-अलग होते हैं चाहे कोई जुड़वाँ ही क्यों न हो उनके फिंगर प्रिंट भी अलग-अलग ही होते हैं |

 

सभी के फिंगरप्रिंट अलग होने के मुख्य कारण

1. जब बच्चा माँ के पेट में रहता है तो उसी समय उसके उँगलियों में रेखाएं बनना सुरु हो जाती है जब ये रेखायें बन रही होती है तो उस समय ब्लड प्रेशर,ब्लड लेवल,माँ से बच्चे को मिला हुआ पोषण

2. जब बच्चे में विकास हो रहा होता है तो तब बच्चा उस थैली में जिस थैली में बच्चा होता है उस थैली के सतह को जब बच्चा स्पर्श करता है उस समय भी उसकी रेखाओं में बदलाव आते हैं

3.  और सबसे मुख्य कारण हैं जींस जिसे सरल भाषा में कहे तो  माँ-बाप से मिलने वाले बच्चों को गुण हम अधिकतर देखते हैं की जो माँ-बाप होते हैं उनके बच्चे भी उनके ही तरह होते हैं उनकी कई सारी चीजें एसी होती हैं जो बिल्कुल माँ-बाप के तरह  होती है

 

जुडुवा लोगो के भी फिंगर प्रिन्ट अलग क्यों होते है ? why are fingerprints different in identical twins ?

यदि माँ के पेट में दो जुड़वे बच्चे हैं तो उन दोनों की जो ब्लडप्रेशर है ,ब्लूड लेवल अलग-अलग होगा माँ से जो पोषण मिल रहा होगा वो सेम नहीं हो सकता है जिस वजह से जुड़वों के भी फिंगर प्रिंट अलग-अलग होते हैं यही कुछ मुकख्य कारण होते हैं जिनके जरिये हर एक इंसान का फिंगर प्रिंट अलग-अलग होता है

आपको पता चल गया होगा की जब बच्चा माँ के पेट में होता हैं तो उसकी जो हाथ की रेखाएं बन रही होती है तो वो थैली को स्पर्श करने से , ब्लूडप्रेशर,ब्लडलेवल, माँ-बाप से मिलने वाले गुर्ण (जीन्स) , माँ के पोषण पर निर्भर करता है

यही फिंगर-प्रिंट हमारे सबसे ज्यादा काम भी आते हैं जब आप आँख बंद करके किसी भी चीज़ को छुओगे तो ये ही रेखाएं हमें उस चीज़ को समझने में मदद करती है की वह चीज़ क्या है जिससे हमें आसानी से पता चलता है

तो उम्मीद करता हूँ आपको पता चल गया होगा की सबके फिंगर प्रिंट अलग-अलग क्यों होता हैं

 

 

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