hesitation kaise door kare : क्या आपने कभी सोचा है की हमे किसी से भी बोलने में घबराहट क्यों होती है या किसी को कुछ बोलना हो या बात करना हो या कोई भी चीज़ क्यों न हो सुरु करने से पहले हम घबरा जाते हैं |
जब मैं छोटा था तो मैं अकसर स्टेज में जाने से घबराता था, किसी से बात करने में घबरा जाता था क्या आपके साथ भी ऐसा होता है तो आज हम जानेंगे की ऐसे क्या कारण होते हैं जिसके वजह से हमें डर या घबराहट होती है और ऐसे कौन-कौन से तरीके है जिससे हम इस घबराहट को दूर कर सकते हैं और अपनी जिन्दगी में आगे बढ़ सकते हैं |
अगर आप अपने जिंदगी में असफल होते हैं तो आपके ज्यादातर समय सारी चीज़ें घबराहट के वजह से होती है कोई काम करने से पहले हम घबरा जाते हैं सोचने लगते हैं की ये हो पायेगा की नहीं और भी कई सारे चीज़े दिमाग में आने लगते हैं इसी वजह से आप अगर कर भी रहे हो तो वो चीज नहीं हो पाती |
आप ही के बीच कोई ऐसे लोग होंगे जो जिन्गदी को बेहतर तरीके से जी रहे होंगे वो कोई भी इंसान क्यों न हो किसी के भी सामने आराम से बात कर लेते हैं कही भी कुछ भी बोल लेते हैं कोई भी काम करते हैं तो वो घबराते नहीं हैं आंखिर वो ऐसे क्यों होते हैं क्योंकि वो सभी लोग जान चुके होते हैं की ऐसा उनके साथ क्यों हो रहा है
आज हम इन्ही बातों पर ध्यान देते हुए अपनी कमियों को पूरा करेंगे और आगे बढ़ेंगे जो हम अपनी जिन्दगी में करना चाहते हैं कुछ बनना चाहते है वो सारी चीज़े हासिल कर सके |
घबराहट क्यों होती है ?
हमें Hesitation क्यों होती है इसे हम कुछ उदाहरण के माध्यम से जानेंगे मान लो आप अभी घर पर अकेले हो और आप गणित के सवाल कर रहे हो क्या आप घबराओगे नहीं न क्योंकि आप खुद के लिये कर रहे हो ,आप डांस कर रहे हो घर पर अकेले अपना एन्जॉय करने के लिए उस समय आप नहीं घबराते, और जब आप शिसे के सामने खड़े होकर खुद से बात करते हो आप उस समय बिकुल नहीं घबराते हो, क्योंकि आप खुद से कर रहे हो आप और अपने लिए कर रहे हो |
लेकिन जैसे ही हम किसी और को इन चीज़ों में लाते हैं तो वही हम घबराने लगते हैं क्योंकि ज्यादातर समय हम किसी भी काम को प्रशन्सा के लिये करते हैं की अगर हमने ये किया तो ये लोग मेरी तारीफ़ करेंगे मुझे वाह-वाह देंगे और कई सारे दिमाग में ख्याल आने लगता है जिसके वजह से हमे घबराहट होने लगती है यदी मैं नहीं कर पाया तो ये सारी चीज़े नहीं हो पायेगी और हम कुछ करने से पहले ही घबरा जाते है
कोई ऐसे इंसान जो हमारे लिए वेल्यु रखता है या किसी के सामने हम बात करते हैं तो हम अपना पॉइंट नही रख पाते, इस लिए नहीं रख पाते क्योंकि अगर इन सब के सामने मैंने कोई पॉइंट रखा या कुछ बोला या गलत हो गया या सही से नहीं बोल पाया तो ये लोग़ मेरा मजाक उड़ायेंगे और भी कई सारे चीज़े दिमाग में आ जाते हैं
और यही सब कारण है जिसके वजह से आप घबरा जाते हो और भी कई सारे कारण है लेकिन अब से आप नहीं घबरावोगे यदि आप निम्नलिखित बातो पर ध्यान देते हो और आप अपने दैनिक जीवन में इन बातों को ढालते हो तो आप जरुर सफल होगे और आप बिलकुल भी नहीं घबराओगे|
अपने अन्दर के डर और घबराहट को दूर करने के 4 तरीके
1. हमेसा पहला बने
इस तरीके को आप तब अपनाए जब आप किसी भी काम को करने से पहले घबरा या डर जाते हो आपको करना यह है की जो भी चीज़ आप करने की सोच रहे हो उसे एक कॉपी में उसके पोजिटिव पॉइंट्स और नेगेटिव पॉइंट्स को लिख लेना है यानिकी क्या-क्या उस चीज़ को करने से आपके साथ अच्छा हो सकता है और क्या बुरा से बुरा हो सकता है उसे आपने लिख लेना है जब आप लिखोगे ,देखोगे, सोचोगे तब आप पावोगे की जो नेगेटिव सोच, जिस कारण आप घबरा रहे थे वो कुछ है ही नहीं वो आपके दिमाग का ही एक सोच था जब आप इस चीज़ को समझ लोगे तो आपको पता रहेगा की जिन चीजों को आप करने से पहने डर या घबरा रहे थे वो तो कुछ है
ही नहीं तो आप डरोगे ही नहीं |
2. ऐसे करे अन्दर से Hesitation दूर
यदि आप अपनी बात को ग्रुप में रखने से घबराते हो या लोगों के सामने बात करने से घबराते हो या स्टेज में भाषण देने से घबराते हो या कक्षा में बोलने से घबराते हो या कही भी ऐसी जगह जहाँ आप भीड़ में हो लेकिन आप बोलने से घबरा जाते हो तो आपको करना क्या है की ज्यादा से ज्यादा लोगों से कम्युनिकेट बात-चीत करना है यानिकी जिन लोगो से आप घबराते हो उन लोगो से बातचीत करो
जब मुझे कस्टमर केयर वालो का कॉल आता था तो मैं उनसे बात करने की कोशिस करता था और जब बात करता था जो छोटी-छोटी समस्या होती थी जैसे की सिम से संबंधित तो मैं पूछता था जिससे होता ये था की जब भी मैं नये किसी भी कस्टमर केयर वालों से मैं बात करता था तो मेरे अन्दर का जो भी घबराहट है वो दूर होता था और जब मैंने यह काफी बार अपनाया तो मैंने देखा की मेरे अंदर का जो भी डर/घबराहट है वो जा चूका है मुझे उसके बाद कभी भी घबराहट नहीं होती थी चाहे मैं कहीं बैंक में जाऊ या किसी कम्पनी के मालिक से बात करु या किसी से भी मैं आराम से बात कर लेता था अगर आप को तरिका ढूड़ना है
तो आप ज्यादा से ज्यादा लोगों से बातचीत करें इसका ये मतबल नहीं की आप दिन भर लगातार बातें ही करते रहों कहने का मतबल यह है की आप यदि किसी इन्सान से जब मिलते हो तो ध्यान रखों की उस समय आप ज्यादा से ज्यादा बात कर सको और अपनी बातों को रख सकों और जब भी आपको मौका मिले बातचीत करने या किसी स्टेज में जाने का कहीं भी तो आपको घबराना नहीं आपको बस इतना ध्यान रखना है की वहाँ जितने लोग हैं उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता फर्क पड़ता तो सिर्फ आपको और आपको सिर्फ अपने आप पर ध्यान देना है
अकसर जब हम कक्षा में पढ़ते हैं या कहीं कोचिंग जाते है या क्लास में होते हैं तो हमे ये डर सताता है की अगर मैंने एक प्रशन का उत्तर नहीं दिया तो मेरे क्लास वाले क्या सोचेंगे लेकिन आप ये भूल जाते हो की उनके वजह से ही आप प्रशन नहीं पूछ पाते और आपकी पूरी स्कूल लाइफ की जिन्दगी पूरी हो होती है उसके बाद आपको अफ़सोस होता है की कास उस समय मैंने पूछ लिया होता और वो सारी चीज़े मुझे पता चल जाती जिन्दगी एक बार मिलती है
इसे आप लोगों को ही जीना है आपको खुद के लिए जीना है अपनों के लिए जीना है, और उन लोगों के लिए नहीं जिनको आपसे एक प्रतिशत भी फर्क नहीं पड़ता हम अकसर उन लोगों के लिए सोचते हैं की वो क्या सोचेंगे आपकी लाइफ है आपको जीना है तो आपको हमेसा अपने आप में फर्स्ट रहना है इसका मतलब ये नहीं की किसी भाग दौड़ में फर्स्ट रहना है हमेसा फर्स्ट अपने लिए होना है|
3. हमारी व्यक्तित्व (personality)
व्यक्तित्व का मतलब सिर्फ हट्टा-कट्टा होना ही नहीं, यदि आप पतले भी है और आपको बोलने का तरीका पता है तो यकीन माने की हट्टा-कट्टा इंसान भी आपके सामने फेल है और आजकल के समय में इंग्लिश भाषा को सबसे ज्यादा महत्व दिया जाता है यदि आपको इंग्लिश बोलना आता है तो यकिन मानो की आप कहीं भी बोलने में नहीं घबराओगे |
माना हमारी मात्र भाषा हिंदी है लेकिन हमें कोंफीडेंट होने के लिए इंग्लिश का आना भी बहुत जरुरी है यदि आपको इंग्लिश बोलना आता है तो आप यकिन मानों की आप हमेंसा अपने आप में बहुत ज्यादा कॉंफिडेंट रहोगे और कभी-भी किसी से भी नहीं घबरावोगे और आपके अंदर अपने आप में कॉंफिडेंट आएगा क्योंकि मैंने खुद इस चीज़ को समझा है और मैंने इंग्लिश बोलना कैसे सिखा अपने तरीके से वो भी मैंने इसी साइड में और पोस्ट में मैंने बताया है जो कोई नहीं बताता की वो खुद कैसे सीखे आप देख सकते है |
4. अपना एक लक्ष तैयार करें
आप अपना एक गोल/सपना/लक्ष तैयार करें वो कुछ भी हो सकता है अगर आपको समझ नहीं आता जो आप कर सकते हो या आपके अंदर ऐसा क्या है जो आप बन सकते हो और फिर से वही तरीका अपनाये जो मैंने आपको बताया था आपको एक कॉपी पैन लेना है और उसमें वो सारी चीज़ें ख्वाइसें जो भी आप जिन्दगी में बनना चाहते होया कुछ पाना चाहते हो जो भी आप हासिल करना चाहते हो वो सब लिख लेना है
और आप देखोगे की उनमें से कई चीज़े ऐसे होंगे जिन्हें आप अभी कर सकतें हो और उन्हें कई छोटे-छोटे टुकड़ों में बाट दीजिये चाहे आपको कोई शर्ट– स्मार्ट घड़ी, पैन्ट ही खरीदना हो या घर खरीदना हो चाहे कुछ पाना हो या कुछ बनना हो हर एक चीज़ को आपको वहाँ पर लिखना है
और फिर कोशिस करना है की सब को धीरे-धीरे पूरा करने की और आपको अपना लक्ष भी पता चल जाएगा की आपको करना क्या है और जब आप करोगे आपके लिस्ट के आगे जब टिक √ लगेगा तो आपके अंदर एक और नया कॉंफिडेंट जागेगा और हर रोज़ सोने से पहले ऐसा काम जरुर करें दोस्तों जिससे आपके अंदर और तगड़ा कॉंफिडेंट जागे |
तो ये ही सब बाते थी जो मैंने अपने लाइफ में भी फॉलो की और मैं अकसर लोगों को बोलता हूँ की अगर आप जीवन में कॉंफिडेंट रहना चाहते हैं और जीवन को अच्छे तरीके से जीना चाहते हो तो आपको इन चीजों को समझना होगा जो मैंने आपको बताया है अगर आप भी इन तरीकों को अपनाते हैं तो आप यकीन मानो की आप जीवन में कभी-भी किसी भी चीज़ से नहीं घबरावोगे
आप कोई भी काम कर रहे हो किसी के सामने बोल रहे हो अपने बात को रखने में नहीं घबराओगे बल्कि अपनी चीज़ों को और बेहतरीन तरीके से करोगे जब आप इन सब तरीकों को अपनाओगे | यदि ना होए तो आप मुझे अपनी समस्या Lets Play Science में बता सकते है और मैं सोल्यूसन जरुर दूंगा|